Additional Information | |||
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Title | कर्मभूमि | Height | 215 mm |
Author | मुंशी प्रेमचंद | Width | 140 mm |
ISBN-13 | 9788195025312 | Binding | PAPERBACK |
ISBN-10 | 8195025312 | Spine Width | 19 mm |
Publisher | Lexicon books | Pages | 326 |
Edition | Availability | In Stock |

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कर्मभूमि
Author: मुंशी प्रेमचंद
प्रेमचंद की कर्मभूमि पात्रों की कर्तव्य भावना और उनकी महत्वाकांक्षाओं के बीच संघर्ष की पड़ताल करती है और यह उनके विभिन्न व्यक्तिगत रिश्तों के बीच एक कील का कारण बनता है। यह बीसवीं शताब्दी की शुरुआत की पृष्ठभूमि के खिलाफ स्थापित है जब ब्रिटिश गरीबों का शोषण कर रहे थे और देश अपने स्वयं के सामाजिक मुद्दों जैसे वर्गवाद, जातिवाद और अस्पृश्यता के खिलाफ भी लड़ रहा था। क्या होता है जब ये सभी संघर्ष एक राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचते हैं?