सदी के सबसे ,महान उपदेशक ओशो चाहते हैं, विचार समाप्त हो जाये और आखिरी क्षण तक बांसुरी बजती रहे, कभी शब्द में, कभी शून्य में !
Additional Information | |||
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Title | बहुरि न ऐसो दांव | Height | |
Author | ओशो | Width | |
ISBN-13 | 9788121615099 | Binding | PAPERBACK |
ISBN-10 | 8121615099 | Spine Width | |
Publisher | Hind Pocket Books | Pages | |
Edition | Availability | In Stock |